मल एवं मूत्र में बदबू आना बदहजमी Acidity
हम सभी
पारिवारिक गृहस्थ आश्रम में प्रतिदिन पानी पीते हैं। कभी आपने सोचा है कि पानी से
भी रोग उत्पन्न होता है जैसे शरीर में पानी स्तंभ हो जाने पर शरीर में मोटापा आ
जाता है और मल और पेशाब में बदबू आना मल
से दुर्गंध आती है ऐसे लक्षण पर बदहजमी रोग होता है पाचन तंत्र कमजोर होता है भूख
की कमी इसी के चलते चलते आगे पीलिया रोग हो जाता है, मल त्याग नहीं होना, भूख लगना थोड़ा सा खाने पर ऐसा महसूस होता है कि
बहुत सारा खा लिया है, पानी भी थोड़ा-थोड़ा पीते ही रहता है, पेशाब कम आती है,
जिसके कारण शरीर में पानी स्तंभ होकर पेट बढ़ता है, शरीर में मोटापा लगता है
जो कि एक फुगे के समान शरीर होता है चलने फिरने
में स्वास भरना ना थोड़ा सा चलने पर थकान और महसूस होती है,
ऐसा रोगी नर नारी दोनों पाये जाते हैं, जिसका
कारण बदहजमी किसी प्रकार का भोजन करने से होती है, ऐसे मरीज को बेसन, नमकीन, तली
मिर्चमसाले, मांस मछली, इत्यादि भोजन से बदहजमी जैसे चाय के साथ ब्रेड, बिस्कुट,
तोश नमकीन, चीजों खाद पदार्थ से एसिडिटी गैस बनना ही बदहजमी होती है,
भोजन को हजम
ना करने में सक्षम रहते है
अजवाईन |
इसके लिए अजवाइन चूर्ण को थोड़ा सा सेखकर बारिश
पिसकर थोड़ा सा काला नमक मिलाकर और 50 ग्राम आमी हल्दी को बारीक पीसकर उसे
थोड़ा सा सेखकर दोनों को समान मिलाकर आधा आधा चम्मच चार वक्त पानी से खाएं
इसके द्वारा मल एवं मूत्र से दुर्गन चली जाएंगी,
मल साफ होगा पाचन तंत्र अच्छा होगा और रोग से मुक्ति मिल जाती है
भोजन करने उपरांत रोज सुबह रात्रि सोप को चबाकर
खाएं इसके उपयोग से मुंह की दुर्गंध और मल त्याग साफ होगा
प्रक्टिकल